
हेल्लो दोस्तों , मेरा नाम गायत्री है। २६ जनवरी गणतंत्र दिन क्यों मनाया जाता है? इस दिन का क्या महत्व है ?इस दिन को कैसे मनाया जाता है? इसके बारे में बताने वाली हूँ।

26 जनवरी गणतंत्र दिन भारत में एक गौरव और सम्मान का पर्व है । आज हम यहाँ पर 71 वा गणतंत्र दिन मना रहे है। अनगिनत लोगो की कुर्बानी 15अगस्त ,1947 के दिन मिली थी , लेकिन उसे स्वतंत्रता का आकार 26 जनवरी 1950 को मिला, क्योंकि इस दिन हमारा संविधान लागु हुआ था।

डॉ. भीमराव आंबेडकर ,जवाहरलाल नेहरू , डॉ. राजेंद्र प्रसाद , सरदार वल्लभभाई पटेल,मौलाना अबुल कलाम आजाद और आदि ये सब हमारे देश के महान नेते थे । इन्होंने भारत को आज़ाद देश बनाने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ी। संविधान निर्माण करने के लिए कुल 22 समितिया थी और इस समिति का संपूर्ण कार्य ‘संविधान लिखना ‘ या ‘निर्माण ‘ करना था। 26 नवम्बर को डॉ. आंबेडकर ने राजेंद्र प्रसाद को भारत का संविधान सुपूर्द किया, इस लिए 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिन के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता है। इन लोगो का ये समपर्ण हम कभी नहीं भूल सकते।

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारतीय द्वारा राष्ट्र ध्वज फहराया जाता है। इस दिन सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्र गान गाया जाता है । 1957 में सरकार ने बच्चो के लिए ‘राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार ‘ शुरू किया था। बहादुरी पुरस्कार 16 साल से काम उम्र के बच्चो के अलग-अलग क्षेत्र में बहादुरी के लिए दिया जाता है। गणतंत्र दिन के मौके पर अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते है। इसके बाद हमारे सेना परेड मार्च करती है। परेड प्रारंभ करते हुए प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति (सैनिको के लिए एक स्मारक ) पर पुष्प माला डालते है। इसके बाद शहीद सैनिकों की स्मूर्ति में दो मिनटमौन रखा जाता है।
स्कूलों में भी गणतंत्र दिन पे परेड की जाती है। .इस दिन स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे जाते है।
बच्चे 26 जनवरी पे भाषण देते है। शहीदो को याद करते है।

26 जनवरी और 15 अगस्त को राष्ट्रीय त्यौहार की तरह मनाया जाता है।